*🌷ज्योतिष लग्न एवं आपका कैरियर🌷*
*अगर सभी व्यक्ति अपने शौक को अपनी आजीविका का साधन बनाने लगे तो कितना अच्छा रहेगा. पर सदा ही ऎसा संभव नहीं होता है. कई बार व्यक्ति एसे क्षेत्र में काम कर रहा होता है जिसे करना उसे बिल्कुल पसन्द नहीं होता है. कुंडली के तीसरे घर को रुचि व शौक का घर कहते है. इस घर से पता चलता है की व्यक्ति को क्या पसन्द है और क्या नहीं. आईये रुचि व्यक्ति के उत्साह, उमगं व जोश को बढाती है तो आजीविका उसकी रोजी रोटी का साधन मात्र है. ज्योतिष लग्न आपकी रुचि एवं व्यवसाय पर किस प्रकार प्रभाव डालती है आईये देखें-*
*1. मेष लग्न-*
*रुचि: मेष लग्न वालों को शब्द पहेलियों को खेलना अच्छा लगता है. इन्हें टेलीफोन पर बातचीत करना पसन्द अधिक पसन्द होता है. ऎसा व्यक्ति पत्रलेखन में रुचि रखता है. इस लग्न के लोग जल्द घुलमिल जाते है. इन्हें हंसी मजाक करना पसन्द होता है. इस लग्न के व्यक्ति पत्रकारिता व प्रकाशन के क्षेत्र में जाना पसन्द करते है. इन्हें घूमना फिरना पसन्द होता है. इसलिये पर्यटन अदि में भी रुचि लेते है.*
*व्यवसाय: मेष लग्न वालों के लिये आजीविका के क्षेत्र उनकी रुचियों को ध्यान में रखते हुए इस प्रकार है. ये लोग अच्छे संवाददाता बन सकते है. इनमें व्याख्या करने की योग्यता होती है. इस लग्न के व्यक्ति लेखक, कार चालक, दूरदर्शन या रेडियों के कलाकार, उदघोषक, अनेक भाषाओं का जानकार तथा विक्रय सहायक बनाता है. इस लग्न के व्यक्ति विमान चालक भी बन सकते है.*
*2. वृषभ लग्न-*
*रुचि: वृषभ लग्न के व्यक्ति को खाना बनाना, सिलाई कढाई, तैराकी, पहेलियां बूझना, अपने हाथ से वस्तुएं तैयार करना, हस्त कला में रुचि हो सकती है. इस लग्न के व्यक्तियों को बागवानी का शौक रहता है. इन्हे मछली पालन करना पसन्द होता है. वृ्षभ लग्न के व्यक्तियों को संगीत व गायन का शौक होता है.*
*व्यवसाय: वृषभ लग्न के व्यक्तियों को प्राचीन कलाकृतियों के क्रय विक्रय का काम करना लाभकारी रहता है. एसे व्यक्तियों को इतिहास व पुरातत्व व्यापारी बन सकते है. भोजन विज्ञान, मछली पालन, होटल, रेस्तरां आदि का काम इनके लिये अच्छा रहता है. ये लोग नौसैनिक, शिशु अध्यापक, ग्रहिणी, परिचारिका आदि बन सकते है.*
*3. मिथुन लग्न-*
*रुचि: मिथुन लग्न के तीसरे घर में सिंह राशि होती है. जिसके अनुसार इस लग्न के व्यक्ति एथलीट, ग्रह सज्जा, पेंटिग, शिल्प, मित्रों के लिये खाना बनाना पसन्द करते है. सिंह लग्न वाले नाटक व अभिनय में भी रुचि लेते है. एसे व्यक्तियों को प्रबन्ध का शौक भी रहता है.*
*व्यवसाय: इस लग्न के व्यक्तियों के लिये प्रबन्ध निर्देशक, अध्यक्ष, प्रध्यापक, खिलाडी, अभिनेता, नर्तक, कृषक, केश सज्जाकार इत्यादि क्षेत्र आजीविका प्राप्ति के लिये उपयुक्त समझे जाते है. ये लोग जौहरी या सुनार भी बन सकते है. तथा इन्हें समाज कल्याण में भी रुचि रहती है. इस लग्न के लोग ज्ञान व अनुभव ले जिला अधिकारी बन सकते है.*
*4. कर्क लग्न-*
*रुचि: इस लग्न के व्यक्तियों को हस्तशिल्प में रुचि रहती है. ये लोग भाषा विज्ञान, पठन पाठन करना पसन्द करते है. कर्क लग्न के तीसरे घर में बुध की राशि कन्या होने के कारण ये लोग लेखन करना पसन्द करते है. व्यक्तिगत डायरी लिखना इन्हें रुचिकर लगता है. इस लग्न के व्यक्ति घरेलू कार्य व सेवा भाव का शौक रखते है.*
*व्यवसाय: कर्क लग्न वाले अच्छे शिल्पकार बन सकते है. इनमें समीक्षक बनने की योग्यता होती है. ये जन्म जात लेखक होने के कारण इस क्षेत्र में आजीविका प्राप्त कर सकते है. इस लग्न के व्यक्ति आलोचक, निरीक्षक, पुलिस मेन, डाक्टर, नर्स, अध्यापक, खाते लिखने वाले बन आय प्राप्त कर सकते है. कर्क लग्न के लोगों को सेवा करने में विशेष सुख का अनुभव करते है इसलिये ये समाज कल्याण के क्षेत्र में काम कर यश प्राप्त कर सकते है.*
*5. सिंह लग्न-*
*रुचि: सिंह लग्न के तीसरे घर में तुला राशि स्थित होती है. जिसके फलस्वरुप इस लग्न के व्यक्तियों को कलाकृतियों के संग्रह का शौक रहता है. इस लग्न के व्यक्ति क्रिकेट खेलना पसन्द करते है. इन लोगो को खरीदारी करना पसन्द होता है. इस लग्न के व्यक्ति क्योकी मिलनसार होते है इसलिए ये जल्द ही लोगों में घुलमिल जाते है. इन्हें संगीत में रुचि रहती है. घर की साज सज्जा करना इनके शौक के अनर्गत आता है.*
*व्यवसाय: सिंह लग्न के व्यक्तियों वकील बनने की योग्यता रखते है. ये बहुत अच्छे स्वागती होते है. इन्हें लोककल्याण के क्षेत्र में सफलता मिल सकती है. ये लोग नियुक्ति अधिकारी बनते है. इस लग्न वाले राजदूत, व अच्छे डिजाइनर बनते है. सौन्दर्य का बनाव श्रंगार करने वाले बन सकते है. इनमें न्याय करने की क्षमता होती है. इसलिये न्यायधीश भी बन सकते है.*
*6. कन्या लग्न-*
*रुचियां: कन्या लग्न के व्यक्तियों की रुचि जासूसी की किताबे पढने में हो सकती है. इस लग्न के व्यक्ति रहस्यों की गुत्थी सुलझाने में महारत रखते है. कन्या लग्न के व्यक्ति मनोविज्ञान, सम्मोहन इत्यादि विषयों में भी रुचि लेते है. कन्या लग्न के तीसरे घर में क्योकी वृश्चिक राशि पडती है. जो जल से संबन्धित राशि है. इसलिये इस लग्न के व्यक्तियों को जल से जुडे खेलों में रुचि होती है. जल से जुडे खेल है जैसे:- तैराकी, गोताखोरी आदि.*
*व्यवसाय: इस लग्न के व्यक्ति अच्छे औषधि विक्रता बन सकते है. ये वित से सम्बन्धित सलाहकार बन सकते है. व्यापारी, जासूस, किसान, पुलिस मैन, पानी के क्षेत्र से जुडे इंजिनियर बन सकते है. वृश्चिक राशि को रहस्यमयी राशि कहा गया है इसलिये इस लग्न के व्यक्ति मनोचिकित्सक बन यश व आय दोनों प्राप्त कर सकते है.*
*इस राशि में चन्द्रमा नीच के होते है अत: इस लग्न के व्यक्ति शल्य चिकित्सक बनने की योग्यता रखते है. रिसर्च व अध्ययन के कामों के लिये भी यह लग्न अच्छा समझा जाता है. इसलिये व्यक्ति अनुसंधान में रुचि ले सकता है. कन्या लग्न बुध की राशि होने के कारण व्यक्ति अंकेक्षक बनने या कर निर्धारण करने की योग्यता भी रखता है.*
*7. तुला लग्न-*
*रुचियां: तुला लग्न के तीसरे घर में धनु होने के कारण इस लग्न की रुचियां इस राशि से प्रभावित रहती है. इस लग्न के व्यक्तियों को सभी प्रकार के व्यायाम व खेलकूद इत्यादि में विशेष रुचि होती है. इस लग्न के व्यक्तियों की जोखिम से जुडे कामों में अधिक रुचि होती है.*
*इसलिये ये लोग जुआ, सट्टा आदि से अपने को दुर रखे. मोटर गाडियों के रेस, अध्ययन व मनन इस लग्न के लोगों को पसन्द हो सकता है. इस लग्न के व्यक्ति घूमना फिरना भी पसन्द करते है. इसलिये इन्हें पर्यटन में रुचि रहेगी.*
*व्यवसाय: तुला लग्न के व्यक्ति पुस्तक विक्रता बन आय प्राप्त कर सकते है. अथवा खोजकर्ता बन सकते है. इस लग्न के व्यक्तियों को भाषा पर विशेषाधिकार प्राप्त होता है. इसलिये ये लोग दुभाषिये( ट्रास्लेटर), प्रध्यापक, पुस्तकाध्यक्ष, दार्शनिक प्रकाशक बन सकते है. इस लग्न वाले व्यवसायी, खिलाडी, प्रशिक्षक, पर्यटन विशेषज्ञ, पशुचिकित्सक, लेखक, वकील, न्यायाधीश आदि. बनने की संभावना रखते है.*
*8. वृश्चिक लग्न-*
*रुचियां : इस लग्न के व्यक्तियों को वस्तु संग्रह का शौक हो सकता है. पूंजी निवेश करना भी इनके शौक का एक हिस्सा होता है. तीसरे घर में मकर राशि होने से व्यक्ति बुनाई, बागवानी आदि में रुचि लेता है. संगीत सुनने व सिखना इस लग्न के व्यक्तियों को रुचिकर लगता है. इन व्यक्तियों को पर्वतारोहण करना अच्छा लग सकता है. जोगिंग व व्यायाम करना इस लग्न के लोगों को पसन्द होता है.*
*व्यवसाय: वृश्चिक लग्न के व्यक्तियो को दुर्लभ वस्तुओं के विक्रय से लाभ होने की संभावना है. इस लग्न के व्यक्ति अच्छे इंजिनियर बन सकते है. इन्हें आर्किटेक्ट, भवन निर्माण आदि में सफलता मिल सकती है. दंत चिकित्सक, किसान, प्रधान अध्यापक, राजनेता, वैज्ञानिक, सर्वे करने वाले, संगीतज्ञ, प्रशासक, राज कर्मचारी आदि बन सकते है. इनमें से किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिये व्यक्ति को पहले शिक्षा व अनुभव प्राप्त करना जरूरी है.*
*9. धनु लग्न-*
*रुचियां: धनु लग्न के तीसरे घर में कुम्भ राशि स्थित होने से धनु लग्न के व्यक्ति की रुचियां कुम्भ राशि से प्रभावित रहेगी. इस लग्न के व्यक्तियों को कम्पय़ूटर के खेलों में रुचि रहेगी. बिजली से जुडे उपकरणों का रख रखाव करना इन्हें पसन्द हो सकता है. ये वाद विवाद प्रतियोगिताओं में विजयी हो सकते है. इस लग्न के व्यक्ति नई वस्तुओं की खोज करना पसन्द करते है. इसलिये इन्हें आविष्कार करने में रुचि हो सकती है.*
*व्यवसाय: व्यवसाय के पक्ष से इस लग्न के व्यक्तियों को पुरातत्व विभाग में शोध करना लाभकारी रहेगा. ये अंतरीक्ष के विषय में भी अध्ययन कर आय प्राप्त कर सकते है. ये लोग अच्छे ज्योतिषी बन सकते है. रेडियो- दूरदर्शन के उदघोषक बन सकते है. कम्पयूटर प्रोग्रामर का क्षेत्र इनके लिये अच्छा रहेगा. बिजली विभाव में इंजिनियर बन सकते है. इन्हें विमान चालन के क्षेत्र में भी सफलता मिल सकती है. ये लोग शिक्षा व अनुभव प्राप्त कर वैज्ञानिक बनने की संभावना भी रखते है. धनु लग्न के व्यक्ति अपनी लेखनी का जादू भी दिखा सकते है.*
*10. मकर लग्न-*
*रुचियां : कुण्डली के तीसरे घर को शौक व रुचियों का घर कहते है. मकर लग्न के तीसरे घर में मीन राशि पडती है. इसलिये आपके शौक मीन राशि के प्रभाव क्षेत्र के अन्तर्गत आते है. इस लग्न के व्यक्ति अत्यधिक ख्वाबों में रहना पसन्द करते है. चित्र बनाने का इन्हें शौक रहता है.*
*ये लोग कथा व काव्य का भी ज्ञान रखते है. इसलिये इन्हें इस क्षेत्र में यश व मान की प्राप्ति भी हो सकती है. मीन राशि जल प्रधान राशि होने के कारण व्यक्ति को तैराकी व गोताखोरी का भी शौक होता है.*
*व्यवसाय : मकर लग्न के व्यक्तियों को अभिनय के क्षेत्र में सफलता मिल सकती है. ये लोग अभिनय में माहिर होते है. अस्पतालों में काम कर सकते है. या जेलों में काम करने वाले सभी क्षेत्र भी इसी के अन्तर्गत आते है. मछली पालन करने वाले, या इसका व्यापार करने वाले बन सकते है. इस लग्न के व्यक्ति पुरोहिंत, आध्यात्मिक चिकित्सक बन सकते है. इस लग्न के व्यक्ति अच्छे लेखक व पशु चिकित्सक बनने की योग्यता रखते है.*
*11. कुम्भ लग्न-*
*रुचियां: कुम्भ लग्न के तीसरे घर में मेष राशि होने के कारण इन लोगो की रुचियां मेष राशि से प्रभावित रहती है. ये लोग कार व वाहनों की मरम्मत करना पसन्द करते है. इन्हें कार रेसिंग का शौक होता है. मेष राशि को मशीनों व औजारों से जुडी राशि कहा जाता है इसलिये इस लग्न के व्यक्तियों के शौक भी इनके रखरखाव से संबन्धित हो सकते है.*
*ये लोग जूडो कराटे, अभिनय, नृत्य आदि में रुचि लेते है. देश के बडे बडे हाकी के खिलाडी भी इसी लग्न से है. इन्हे फुटबाल खेलने भी अच्छा लगता है. मेष राशि मंगल की राशि है तथा मंगल को जोखिमों का कारक कहा गया है. इसलिये जोखिम से भरे खेल इस लग्न की पहली पसन्द होते है.*
*व्यवसाय: व्यक्ति की रुचियों को ध्यान में रखते हुए इस लग्न के व्यक्तियों को सेना में नौकरी करनी चाहिए. ये लोग लुहार, कसाई, भट्टी पर काम करने वाले बन सकते है. रेल इंजन चालक बन सकते है. अच्छे इंजिनियर बन सकते है. खोजकरने में रुचि होने के कारण ये खोजकर्ता बन सकते है. दंत चिकित्सक, श्रमिक, पेशेवर खिलाडी या व्यापारी बन सकते है.*
*12. मीन लग्न-*
*रुचियां- मीन लग्न के व्यक्तियों की रुचियों विशेष रुप से वृषभ राशि से प्रभावित रहती है. इन लोगों को कुश्ती, बागवानी, पुष्प सज्जा करना पसन्द होता है. ये लोग चीनी मिट्टी की कला कृतियां बनाने में भी निपुण होते है. वृ्षभ राशि को कला से जुडी राशि कहते है. इसलिये इन्हें शिल्प के काम में रुचि रहती है. लकडी पर नक्काशी का काम करना भी इन्हें अच्छा लगता है. वृषभ राशि के प्रभाव से ये लोग खाना बनाने व सेवा करने का काम करते है. इन्हें गीत, संगीत भी सुहाता है.*
*व्यवसाय : इस लग्न के व्यक्ति ब्याज पर रुपये उधार देकर धन लाभ कमा सकते है. धन के लेन देन से जुडे काम करने से इन्हें लाभ होता है. इनकी रुचियां कला से जुडी होती है. इसलिये ये कलात्मक वस्तुओं के व्यापारी बन सकते है. शिल्प, गायन, विज्ञापनो के माडल बनना भी इनके लिये सही रहता है. जौहरी का काम भी इनके व्यवसाय क्षेत्र में आता है. भवन का डिजायन व निर्माण करने वाले इंजिनियर बन सकते है. भूमि व भवन का क्रय-विक्रय करना भी इनके लिये अच्छा रहता है. मीन लग्न के व्यक्ति भूमि सर्वेक्षण का कर आय प्राप्त करने में सफल हो सकते है.*
Source: Received By Facebook
*अगर सभी व्यक्ति अपने शौक को अपनी आजीविका का साधन बनाने लगे तो कितना अच्छा रहेगा. पर सदा ही ऎसा संभव नहीं होता है. कई बार व्यक्ति एसे क्षेत्र में काम कर रहा होता है जिसे करना उसे बिल्कुल पसन्द नहीं होता है. कुंडली के तीसरे घर को रुचि व शौक का घर कहते है. इस घर से पता चलता है की व्यक्ति को क्या पसन्द है और क्या नहीं. आईये रुचि व्यक्ति के उत्साह, उमगं व जोश को बढाती है तो आजीविका उसकी रोजी रोटी का साधन मात्र है. ज्योतिष लग्न आपकी रुचि एवं व्यवसाय पर किस प्रकार प्रभाव डालती है आईये देखें-*
*1. मेष लग्न-*
*रुचि: मेष लग्न वालों को शब्द पहेलियों को खेलना अच्छा लगता है. इन्हें टेलीफोन पर बातचीत करना पसन्द अधिक पसन्द होता है. ऎसा व्यक्ति पत्रलेखन में रुचि रखता है. इस लग्न के लोग जल्द घुलमिल जाते है. इन्हें हंसी मजाक करना पसन्द होता है. इस लग्न के व्यक्ति पत्रकारिता व प्रकाशन के क्षेत्र में जाना पसन्द करते है. इन्हें घूमना फिरना पसन्द होता है. इसलिये पर्यटन अदि में भी रुचि लेते है.*
*व्यवसाय: मेष लग्न वालों के लिये आजीविका के क्षेत्र उनकी रुचियों को ध्यान में रखते हुए इस प्रकार है. ये लोग अच्छे संवाददाता बन सकते है. इनमें व्याख्या करने की योग्यता होती है. इस लग्न के व्यक्ति लेखक, कार चालक, दूरदर्शन या रेडियों के कलाकार, उदघोषक, अनेक भाषाओं का जानकार तथा विक्रय सहायक बनाता है. इस लग्न के व्यक्ति विमान चालक भी बन सकते है.*
*2. वृषभ लग्न-*
*रुचि: वृषभ लग्न के व्यक्ति को खाना बनाना, सिलाई कढाई, तैराकी, पहेलियां बूझना, अपने हाथ से वस्तुएं तैयार करना, हस्त कला में रुचि हो सकती है. इस लग्न के व्यक्तियों को बागवानी का शौक रहता है. इन्हे मछली पालन करना पसन्द होता है. वृ्षभ लग्न के व्यक्तियों को संगीत व गायन का शौक होता है.*
*व्यवसाय: वृषभ लग्न के व्यक्तियों को प्राचीन कलाकृतियों के क्रय विक्रय का काम करना लाभकारी रहता है. एसे व्यक्तियों को इतिहास व पुरातत्व व्यापारी बन सकते है. भोजन विज्ञान, मछली पालन, होटल, रेस्तरां आदि का काम इनके लिये अच्छा रहता है. ये लोग नौसैनिक, शिशु अध्यापक, ग्रहिणी, परिचारिका आदि बन सकते है.*
*3. मिथुन लग्न-*
*रुचि: मिथुन लग्न के तीसरे घर में सिंह राशि होती है. जिसके अनुसार इस लग्न के व्यक्ति एथलीट, ग्रह सज्जा, पेंटिग, शिल्प, मित्रों के लिये खाना बनाना पसन्द करते है. सिंह लग्न वाले नाटक व अभिनय में भी रुचि लेते है. एसे व्यक्तियों को प्रबन्ध का शौक भी रहता है.*
*व्यवसाय: इस लग्न के व्यक्तियों के लिये प्रबन्ध निर्देशक, अध्यक्ष, प्रध्यापक, खिलाडी, अभिनेता, नर्तक, कृषक, केश सज्जाकार इत्यादि क्षेत्र आजीविका प्राप्ति के लिये उपयुक्त समझे जाते है. ये लोग जौहरी या सुनार भी बन सकते है. तथा इन्हें समाज कल्याण में भी रुचि रहती है. इस लग्न के लोग ज्ञान व अनुभव ले जिला अधिकारी बन सकते है.*
*4. कर्क लग्न-*
*रुचि: इस लग्न के व्यक्तियों को हस्तशिल्प में रुचि रहती है. ये लोग भाषा विज्ञान, पठन पाठन करना पसन्द करते है. कर्क लग्न के तीसरे घर में बुध की राशि कन्या होने के कारण ये लोग लेखन करना पसन्द करते है. व्यक्तिगत डायरी लिखना इन्हें रुचिकर लगता है. इस लग्न के व्यक्ति घरेलू कार्य व सेवा भाव का शौक रखते है.*
*व्यवसाय: कर्क लग्न वाले अच्छे शिल्पकार बन सकते है. इनमें समीक्षक बनने की योग्यता होती है. ये जन्म जात लेखक होने के कारण इस क्षेत्र में आजीविका प्राप्त कर सकते है. इस लग्न के व्यक्ति आलोचक, निरीक्षक, पुलिस मेन, डाक्टर, नर्स, अध्यापक, खाते लिखने वाले बन आय प्राप्त कर सकते है. कर्क लग्न के लोगों को सेवा करने में विशेष सुख का अनुभव करते है इसलिये ये समाज कल्याण के क्षेत्र में काम कर यश प्राप्त कर सकते है.*
*5. सिंह लग्न-*
*रुचि: सिंह लग्न के तीसरे घर में तुला राशि स्थित होती है. जिसके फलस्वरुप इस लग्न के व्यक्तियों को कलाकृतियों के संग्रह का शौक रहता है. इस लग्न के व्यक्ति क्रिकेट खेलना पसन्द करते है. इन लोगो को खरीदारी करना पसन्द होता है. इस लग्न के व्यक्ति क्योकी मिलनसार होते है इसलिए ये जल्द ही लोगों में घुलमिल जाते है. इन्हें संगीत में रुचि रहती है. घर की साज सज्जा करना इनके शौक के अनर्गत आता है.*
*व्यवसाय: सिंह लग्न के व्यक्तियों वकील बनने की योग्यता रखते है. ये बहुत अच्छे स्वागती होते है. इन्हें लोककल्याण के क्षेत्र में सफलता मिल सकती है. ये लोग नियुक्ति अधिकारी बनते है. इस लग्न वाले राजदूत, व अच्छे डिजाइनर बनते है. सौन्दर्य का बनाव श्रंगार करने वाले बन सकते है. इनमें न्याय करने की क्षमता होती है. इसलिये न्यायधीश भी बन सकते है.*
*6. कन्या लग्न-*
*रुचियां: कन्या लग्न के व्यक्तियों की रुचि जासूसी की किताबे पढने में हो सकती है. इस लग्न के व्यक्ति रहस्यों की गुत्थी सुलझाने में महारत रखते है. कन्या लग्न के व्यक्ति मनोविज्ञान, सम्मोहन इत्यादि विषयों में भी रुचि लेते है. कन्या लग्न के तीसरे घर में क्योकी वृश्चिक राशि पडती है. जो जल से संबन्धित राशि है. इसलिये इस लग्न के व्यक्तियों को जल से जुडे खेलों में रुचि होती है. जल से जुडे खेल है जैसे:- तैराकी, गोताखोरी आदि.*
*व्यवसाय: इस लग्न के व्यक्ति अच्छे औषधि विक्रता बन सकते है. ये वित से सम्बन्धित सलाहकार बन सकते है. व्यापारी, जासूस, किसान, पुलिस मैन, पानी के क्षेत्र से जुडे इंजिनियर बन सकते है. वृश्चिक राशि को रहस्यमयी राशि कहा गया है इसलिये इस लग्न के व्यक्ति मनोचिकित्सक बन यश व आय दोनों प्राप्त कर सकते है.*
*इस राशि में चन्द्रमा नीच के होते है अत: इस लग्न के व्यक्ति शल्य चिकित्सक बनने की योग्यता रखते है. रिसर्च व अध्ययन के कामों के लिये भी यह लग्न अच्छा समझा जाता है. इसलिये व्यक्ति अनुसंधान में रुचि ले सकता है. कन्या लग्न बुध की राशि होने के कारण व्यक्ति अंकेक्षक बनने या कर निर्धारण करने की योग्यता भी रखता है.*
*7. तुला लग्न-*
*रुचियां: तुला लग्न के तीसरे घर में धनु होने के कारण इस लग्न की रुचियां इस राशि से प्रभावित रहती है. इस लग्न के व्यक्तियों को सभी प्रकार के व्यायाम व खेलकूद इत्यादि में विशेष रुचि होती है. इस लग्न के व्यक्तियों की जोखिम से जुडे कामों में अधिक रुचि होती है.*
*इसलिये ये लोग जुआ, सट्टा आदि से अपने को दुर रखे. मोटर गाडियों के रेस, अध्ययन व मनन इस लग्न के लोगों को पसन्द हो सकता है. इस लग्न के व्यक्ति घूमना फिरना भी पसन्द करते है. इसलिये इन्हें पर्यटन में रुचि रहेगी.*
*व्यवसाय: तुला लग्न के व्यक्ति पुस्तक विक्रता बन आय प्राप्त कर सकते है. अथवा खोजकर्ता बन सकते है. इस लग्न के व्यक्तियों को भाषा पर विशेषाधिकार प्राप्त होता है. इसलिये ये लोग दुभाषिये( ट्रास्लेटर), प्रध्यापक, पुस्तकाध्यक्ष, दार्शनिक प्रकाशक बन सकते है. इस लग्न वाले व्यवसायी, खिलाडी, प्रशिक्षक, पर्यटन विशेषज्ञ, पशुचिकित्सक, लेखक, वकील, न्यायाधीश आदि. बनने की संभावना रखते है.*
*8. वृश्चिक लग्न-*
*रुचियां : इस लग्न के व्यक्तियों को वस्तु संग्रह का शौक हो सकता है. पूंजी निवेश करना भी इनके शौक का एक हिस्सा होता है. तीसरे घर में मकर राशि होने से व्यक्ति बुनाई, बागवानी आदि में रुचि लेता है. संगीत सुनने व सिखना इस लग्न के व्यक्तियों को रुचिकर लगता है. इन व्यक्तियों को पर्वतारोहण करना अच्छा लग सकता है. जोगिंग व व्यायाम करना इस लग्न के लोगों को पसन्द होता है.*
*व्यवसाय: वृश्चिक लग्न के व्यक्तियो को दुर्लभ वस्तुओं के विक्रय से लाभ होने की संभावना है. इस लग्न के व्यक्ति अच्छे इंजिनियर बन सकते है. इन्हें आर्किटेक्ट, भवन निर्माण आदि में सफलता मिल सकती है. दंत चिकित्सक, किसान, प्रधान अध्यापक, राजनेता, वैज्ञानिक, सर्वे करने वाले, संगीतज्ञ, प्रशासक, राज कर्मचारी आदि बन सकते है. इनमें से किसी भी क्षेत्र में सफलता पाने के लिये व्यक्ति को पहले शिक्षा व अनुभव प्राप्त करना जरूरी है.*
*9. धनु लग्न-*
*रुचियां: धनु लग्न के तीसरे घर में कुम्भ राशि स्थित होने से धनु लग्न के व्यक्ति की रुचियां कुम्भ राशि से प्रभावित रहेगी. इस लग्न के व्यक्तियों को कम्पय़ूटर के खेलों में रुचि रहेगी. बिजली से जुडे उपकरणों का रख रखाव करना इन्हें पसन्द हो सकता है. ये वाद विवाद प्रतियोगिताओं में विजयी हो सकते है. इस लग्न के व्यक्ति नई वस्तुओं की खोज करना पसन्द करते है. इसलिये इन्हें आविष्कार करने में रुचि हो सकती है.*
*व्यवसाय: व्यवसाय के पक्ष से इस लग्न के व्यक्तियों को पुरातत्व विभाग में शोध करना लाभकारी रहेगा. ये अंतरीक्ष के विषय में भी अध्ययन कर आय प्राप्त कर सकते है. ये लोग अच्छे ज्योतिषी बन सकते है. रेडियो- दूरदर्शन के उदघोषक बन सकते है. कम्पयूटर प्रोग्रामर का क्षेत्र इनके लिये अच्छा रहेगा. बिजली विभाव में इंजिनियर बन सकते है. इन्हें विमान चालन के क्षेत्र में भी सफलता मिल सकती है. ये लोग शिक्षा व अनुभव प्राप्त कर वैज्ञानिक बनने की संभावना भी रखते है. धनु लग्न के व्यक्ति अपनी लेखनी का जादू भी दिखा सकते है.*
*10. मकर लग्न-*
*रुचियां : कुण्डली के तीसरे घर को शौक व रुचियों का घर कहते है. मकर लग्न के तीसरे घर में मीन राशि पडती है. इसलिये आपके शौक मीन राशि के प्रभाव क्षेत्र के अन्तर्गत आते है. इस लग्न के व्यक्ति अत्यधिक ख्वाबों में रहना पसन्द करते है. चित्र बनाने का इन्हें शौक रहता है.*
*ये लोग कथा व काव्य का भी ज्ञान रखते है. इसलिये इन्हें इस क्षेत्र में यश व मान की प्राप्ति भी हो सकती है. मीन राशि जल प्रधान राशि होने के कारण व्यक्ति को तैराकी व गोताखोरी का भी शौक होता है.*
*व्यवसाय : मकर लग्न के व्यक्तियों को अभिनय के क्षेत्र में सफलता मिल सकती है. ये लोग अभिनय में माहिर होते है. अस्पतालों में काम कर सकते है. या जेलों में काम करने वाले सभी क्षेत्र भी इसी के अन्तर्गत आते है. मछली पालन करने वाले, या इसका व्यापार करने वाले बन सकते है. इस लग्न के व्यक्ति पुरोहिंत, आध्यात्मिक चिकित्सक बन सकते है. इस लग्न के व्यक्ति अच्छे लेखक व पशु चिकित्सक बनने की योग्यता रखते है.*
*11. कुम्भ लग्न-*
*रुचियां: कुम्भ लग्न के तीसरे घर में मेष राशि होने के कारण इन लोगो की रुचियां मेष राशि से प्रभावित रहती है. ये लोग कार व वाहनों की मरम्मत करना पसन्द करते है. इन्हें कार रेसिंग का शौक होता है. मेष राशि को मशीनों व औजारों से जुडी राशि कहा जाता है इसलिये इस लग्न के व्यक्तियों के शौक भी इनके रखरखाव से संबन्धित हो सकते है.*
*ये लोग जूडो कराटे, अभिनय, नृत्य आदि में रुचि लेते है. देश के बडे बडे हाकी के खिलाडी भी इसी लग्न से है. इन्हे फुटबाल खेलने भी अच्छा लगता है. मेष राशि मंगल की राशि है तथा मंगल को जोखिमों का कारक कहा गया है. इसलिये जोखिम से भरे खेल इस लग्न की पहली पसन्द होते है.*
*व्यवसाय: व्यक्ति की रुचियों को ध्यान में रखते हुए इस लग्न के व्यक्तियों को सेना में नौकरी करनी चाहिए. ये लोग लुहार, कसाई, भट्टी पर काम करने वाले बन सकते है. रेल इंजन चालक बन सकते है. अच्छे इंजिनियर बन सकते है. खोजकरने में रुचि होने के कारण ये खोजकर्ता बन सकते है. दंत चिकित्सक, श्रमिक, पेशेवर खिलाडी या व्यापारी बन सकते है.*
*12. मीन लग्न-*
*रुचियां- मीन लग्न के व्यक्तियों की रुचियों विशेष रुप से वृषभ राशि से प्रभावित रहती है. इन लोगों को कुश्ती, बागवानी, पुष्प सज्जा करना पसन्द होता है. ये लोग चीनी मिट्टी की कला कृतियां बनाने में भी निपुण होते है. वृ्षभ राशि को कला से जुडी राशि कहते है. इसलिये इन्हें शिल्प के काम में रुचि रहती है. लकडी पर नक्काशी का काम करना भी इन्हें अच्छा लगता है. वृषभ राशि के प्रभाव से ये लोग खाना बनाने व सेवा करने का काम करते है. इन्हें गीत, संगीत भी सुहाता है.*
*व्यवसाय : इस लग्न के व्यक्ति ब्याज पर रुपये उधार देकर धन लाभ कमा सकते है. धन के लेन देन से जुडे काम करने से इन्हें लाभ होता है. इनकी रुचियां कला से जुडी होती है. इसलिये ये कलात्मक वस्तुओं के व्यापारी बन सकते है. शिल्प, गायन, विज्ञापनो के माडल बनना भी इनके लिये सही रहता है. जौहरी का काम भी इनके व्यवसाय क्षेत्र में आता है. भवन का डिजायन व निर्माण करने वाले इंजिनियर बन सकते है. भूमि व भवन का क्रय-विक्रय करना भी इनके लिये अच्छा रहता है. मीन लग्न के व्यक्ति भूमि सर्वेक्षण का कर आय प्राप्त करने में सफल हो सकते है.*
Source: Received By Facebook
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